आंखों की सूजन के चमत्कारी नुस्खें
पीड़ादायक आंखों को conjunctivitis के नाम से भी जाना जाता है। आंखों का यह संक्रमण बहुत आम है और यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। आंख के इस रोग में हालत बहुत ही खराब हो जाती है यहां तक की आईबॉल भी बहुत अधिक प्रभावित होती है। जब कोई व्यक्ति सोर आईस (Sore Eyes) से पीडि़त होता है तो आंखे लाल हो जाती हैं। कई बार सोर आईस के लक्षणों में आंखें में लाली भी नजर आती है। इसके अलावा आंखों में खुजली होने लगती है। आंखों में रूखापन और सूजन भी आ जाती है। आंखों में बहुत अधिक दर्द होने लगता है और रोगी बहुत ही असहज हो जाता है। हालांकि आंखों के इस रोग का एलोपैथी इलाज भी मौजूद है जिसमें आंखों के दर्द और सूजन को कम किया जा सकता है। जिससे जल्द से जल्द संक्रमण से छूटकारा पा लें। लेकिन क्या आप जानते हैं सूजी हुई आंखों के लिए प्राकृतिक उपचार भी मौजूद हैं। आइए जानें कुछ चमत्कारी उपचारों को जिनसे आंखों की सूजन को कम किया जा सके।
आंखों की सूजन कम करने के लिए चमत्कारी उपचार
आंखों को सूजन से बचाने के लिए आंखों पर हलका गर्म सेंक करना चाहिए।
आंखों पर ठंडे खीरे या ककड़ी के छोटे-छोटे टुकड़े रखने से बहुत आराम मिलता है।
चमत्कारी उपचारों में एक बहुत ही उत्तम उपाय है कि आप आंखों में गुलाब जल डालें इससे आंखों को बहुत आराम मिलेगा।
आंखों को हल्के गुनगुने पानी या फिर दूध से दिन में कई बार धोना चाहिए।
आंखों से सूजन को दूर करने के लिए कच्चे आलू के रस मे तेल मिलाकर आंखों पर लगाना चाहिए।
एलोवेरा जेल जो कि आंखों के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके लिए आपको एक सूखे स्वच्छ कपड़े को एलोवेरा जूस में डूबाना चाहिए और उसके बाद उससे आंखे पोछ लें।
एक चम्मच शहद में आंवले का रस मिलाकर दिन में दो बार पीने से आंखों की सूजन को प्रभावी रूप से कम किया जा सकता है। इससे आंखों को अन्य संक्रमण से भी बचाया जा सकता है।
धनिये के माध्यम से भी आंखों की सूजन को कम किया जा सकता है। धनिए का काढ़ा बनाकर उससे आंखों की जलन को कम किया जा सकता है।
गाजर, पालक जैसी सब्जियों के रस का दिन में दो बार सेवन करें।
आंखों की सूजन कम करने के लिए विटामिन ए और ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही हेल्दी फूड लेना चाहिए। इससे आंखों की सूजन कम करने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा आंखों की साफ-सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए और आंखों को बार-बार मलना नहीं चाहिए। साथ ही दिन में चार-पांच बार आंखों को ठंडे पानी से धोना चाहिए।